आईए आज आपको ऐसी दुनिया में ले चलते हैं जिनका अपना अलग संसार है जो रात दिन सफर करते हैं समय पे हम तक दुनिया भर का सामान पहुंचाते हैं लेकिन जिनके खुद के घर अनाज है कि नही ये उनको पता नहीं रहता, ये हैं ट्रक वाले कभी-कभी ट्रक के पीछे ऐसी बातें लिखी रहती हैं जो दिल को छु लेती हैं
आज ऐसी ही ट्रक के पीछे एक बात लिखी हुई थी
13 नवंबर 2010
06 नवंबर 2010
यात्रा विवरण
अभी अक्टूबर में करेला ढारा मंदिर गया था वहां से लगभग 1 किमी दूर कोपेडिह नवागांव भी गया यहां पर मां भवानी का मंदिर है मां भवानी का मंदिर डोंगरगढ़ से खैरागढ़ रोड पर व्हाया भण्डारपुर से 18 किमी की दूरी पर पुराना करेला की भवानी डोंगरी पर स्थित है किवदंतियों के अनुसार लगभग 250 वर्ष पूर्व
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